सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

आओ सहयोग का महत्व को जानें

   कहा जाता है कि यदि बहुत से पंखों को सही दिशा में उड़ान मिले तो वह किसी एक पक्षी की तुलना में दोगुनी दूरी तय कर सकते हैं । संगठित लोगों के द्वारा एकीकृत कार्य से बड़े कार्य की सिद्धि होती है।   सहयोग एक ऐसा हथियार है जिसके माध्यम से हम बड़े से बड़े काम को बड़ी ही आसानी से  मंजिल तक पहुंचा सकते हैं। जिस काम को करने में एक अकेले आदमी को महीनों , सालों लग जाता है। उसी काम को पारस्परिक सहयोग के माध्यम से आसानी से कर सकते हैं। सहयोग को अमलीजामा पहनाने के लिए दो या दो से अधिक व्यक्तियों, समूह ,संगठन की जरूरत पड़ती है।   यदि गौर से देखा जाए तो सहयोग कोई दया नहीं है। यह तो सामाजिक अपलिफ्टमेंट का सशक्त माध्यम है। हम किसी का सहयोग करके उस व्यक्ति को हमेशा के लिए अपना सहयोगी बना लेते हैं। यदि ज्यादा से ज्यादा लोगों का सहयोग करना हमसे नहीं बन पाता है तो कम से कम एक आदमी का तो सहयोग कर ही सकते हैं। जब सहयोग करने के महत्व की समझ लोगों में होती है तो कभी न समाप्त होने वाली सहयोग की एक श्रृंखला का निर्माण होता जाता है। सहयोग का भी अनेकों रूप हैं।सहयोग के लिए बहुत ज्यादा धन की भी आवश्यकता

यूनिटी/एकता क्या है

एकता एक सामाजिक टूल  एकता के बारीकियों को जाने  एकता का शाब्दिक अर्थ एकरूपता से है। एकता शक्ति संजोने का एक सामाजिक टूल है। एकता कार्य करने की क्षमता, सोचने की क्षमता, और शक्ति बढ़ाने की क्षमता में एक्स्पोनेंशियल वृद्धि करता है। जब कोई एकता में होता है तो उनकी इंडिविजुअलिटी खत्म होकर के सामूहिकता का उत्पत्ति होती है। कहने का मतलब है कि जब हम एकता में होते है तो मेजॉरिटी में काम होता है। किसी व्यक्ति विशेष की इसमें नहीं चलती। व्यक्तियों के बीच में आंतरिक सामंजस्य ही एकता है। एकता में दूसरे भागीदारों के प्रतिभाशाली प्रदर्शन को सराही वा स्वीकारी जाती हैं । यह मानें कि प्रत्येक व्यक्ति असाधारण प्रदर्शन दे सकता है। हम सभी ना केवल परस्पर ,बल्कि कार्य के प्रति भी निष्ठावान रहते हैं।  दूसरे व्यक्तियों के साथ मेल जोल ही एकता है। हमारी बुनियादी आवश्यकताओं में से एक आवश्यकता यह है कि हम अपनेपन के भाव को अनुभव करें। स्वयं को एक समग्र का हिस्सा अनुभव कर सकें। हमें बिलकुल ही अच्छा नहीं लगता है कि हमें सारी दुनिया से काटकर अलग कर दिया जाए। हम बाहरी दुनिया के साथ अपना जुड़ाव रखना चाहते हैं। हम प्रा

ट्रस्ट का bylaws कैसे बनायें

न्यास –विलेख (TRUST DEED ) यह ट्रस्ट प्रलेख आज दिनांक .................................... को निम्न प्रकार से निष्पादित   किया गया   :- (1)श्री ...............................................    उम्र ...........................सुपुत्र श्री   ............................................जाति ............................ पेशा .....................ग्राम .................पोस्ट ....................थाना .......................जिला .................... राज्य .................   भारतीय नागरिक I आधार नं. ............... पैन नं.............. मो . नं...................   ,(2) श्री ...............................................    उम्र ...........................सुपुत्र श्री   ............................................जाति ............................ पेशा .....................ग्राम .................पोस्ट ....................थाना .......................जिला .................... राज्य .................   भारतीय नागरिक I आधार नं. ............... पैन नं.............. मो . नं..................