Gene Editing

कुछ बीमारियाँ ऐसी होती हैं,जो DNA में मौजूद जीन की गड़बड़ी के कारण हमें जन्म के साथ ही मिल जाती हैं।क्योंकि वे हमारे DNA की पुरानी लिखावट में पहले से दर्ज होती हैं। जैसे कि


लेकिन आज विज्ञान कहता है:अगर इस लिखावट में कोई गलती हो,तो उसे सुधारा भी जा सकता है।DNA की पंक्तियाँ दोबारा लिखी जा सकती हैं,ताकि विरासत में बीमारी नहीं,बेहतर स्वास्थ्य मिले।

इसको इस उदाहरण से समझने की कोशिश करें। जैसे कि मुझे लिखना था—“मैं एक लड़का हूँ”,लेकिन अगर गलती से लिख दूँ—“मैं एक लड़की हूँ”,। सिर्फ बस एक मात्रा का अंतर,लेकिन पहचान पूरी बदल गई—Male से Female।

ठीक इसी तरह ,हमारे DNA में भी बस एक छोटा-सा बदलाव एक “मात्रा” जैसा mutation पूरी विशेषता बदल सकता है।


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